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कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. वीपी सिंह ने बताया कि हर 8 में से एक महिला को स्तन कैंसर होने का खतरा है। उन्होंने कह्य कि ब्रेस्ट कैंसर की 4 स्टेज होती है। अगर कैंसर पहली स्टेज यानी शुरुआती अवस्था में है तो मरीज के ठीक होने की उम्मीद 80 फीसदी तक होती है। राजधानी में ब्रेस्ट कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आज आयोजित होगा वर्चुअल रन ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ में विशेषज्ञों की राय दूसरे स्टेज में 60 से 70 फीसदी तक ठीक होने की सम्भावना रहती है। 


कैंसर की तीसरे या चौथे स्टेज में इलाज थोड़ा कठिन हो जाता है। इसके कुछ लक्षणों को अगर समय पर पहचान लिया जाए तो इलाज आसान हो जाता है। हर साल अक्टूबर माह को ब्रेस्ट कैंसर अबेयरनेस ला को स्तन कैंसर का खतरा लेकिन ऐसा सिर्फ 5१0 प्रतिशत महिलाओं में ही पाया जाता है। धूम्रपान भी इसके कारणों में एक है। डॉ. वीपी सिंह ने आम जनें के हित में आगे और भी महत्वपूर्ण तथ्यों की जानकारी दी कि आमतौर पर 40 की उम्र के वाद इसकी आशंका वढ़ जाती है। इसके अलावा फैमिली कैंसर रोग के बारे में जानकारी देते विशेषज्ञ हिस्ट्री है तो भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है |कैसे पता लगाएं मंथ के तौर पर मनाया जाता है। 

ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ के अवसर पर डॉ. वीपी सिंह ने यह भी वताया कि ब्रेस्ट कैंसर के कौन से लक्षण दिखने पर अलर्ट हो जाएं, स्तन में गांठ, स्तन के निप्पल के आकार या स्किन में बदलाव, स्तन का सख्त होना, निप्पल से रक्त या लिक्बिड निकलना इसके लक्षण हैं। इसके अलावा स्तन में दर्द, बाहों के नीचे भी गांठ होना भी स्तन कैंसर के संकेत हैं। हालांकि स्तन में हर गांठ कैंसर नहीं होती, लेकिन इसकी जांच करवाना वेहद जरूरी है, ताकि आगे चलकर कैंसर का ख्य ना ले। इस रोग से डरे नहीं क्योंकि इसका इलाज संभव है। 

पहली स्टेज में ही अगर इस रोग की पहचान हो जाती है तो इसे जड़ से खत्म किया जा सकता है। सबेरा कैंसर हस्पिटल के वरीय कैंसर विशेषज्ञ डा. वीपी सिंह ने यह वताया कि क्यों होता है यह कैंसर। यह कैंसर वढ़ती उम्र के अलावा हार्मोनल थैरेपी में दी जाने वाली दबाएं, अधिक उम्र में शादी करने के साथ ही अधिक उम्र में बेवी प्लान करना, आनुवांशिकता, खराव जीवन शैली, अल्कोहल लेने से यह कैंसर हो सकता है। 

स्तन कैंसर का कारण आनुवांशिक भी हो सकता है, कैंसर हुआ है या नहीं इसके लक्षण शुरुआत में दिखाई नहीं देते। लेकिन सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन और मैमोग्राम जांच करवाकर इसका पता लगा सकते हैं। अलग-अलग महिलाओं में स्तन कैंसर के लक्षण भी अलग पाए जाते हैं। दुनिया भर में लोगों को ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल अक्टूबर माह को अवेयरनेस मंथ के तौर पर मनाया जाता है। इसी क्रम में, शनिवार को राजधानी में ब्रेस्ट कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए वर्चुअल रन का आयोजन किया जायेगा। 

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