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नई दिल्‍ली: डीएसजीएमसी के अधीन चल रहे जीएचपोएस की लोनी रोड और हेमकुंट कॉलोनी शाखा के शिक्षक वेतन व अन्य मांगे को लेकर सोमवार को अनिश्चितकालीन घरने पर बैठ गए हैं। जोएचपीएस, लोनी रोड का स्टाफ जहां स्कूल परिसर के बहर धरा दे रहा है तो वहीं हेमकुंट कॉलोनी के स्टाफ ने परिसर के अंदर घरना शुरू किया है। जानकाएं के मुताबिक दोनों जगहों पर शिक्षक देर रात तक भी घाले पर बैठे रहे। 

शाम के बाद कुछ अभिभावक भी उनके समर्थन मे स्कूल आए। जाएचपीएस लोनी रोड की अध्यापिका और बैठे जीएचपीएस 7 वाइ उ दवा ह के शिक्षक आ, कि कर जीएचपीएस स्टाफ वेलफेयर एसोसिएशन की महासचिव जसबंत कौर ने बताया कि सोमवार को सुबह 9 बजे शिक्षक स्कूल पहुंचे, लेकिन स्कूल प्रशासन द्वार गेट नहीं खोला गया। 

इसकी जानकारी उन्होंने डीएसजीएमसी के अध्यक्ष मन्जिंद सिंह झिससा को दे और जबाब मे सिससाने उन्हें इस वार मे स्कूल प्रबंधन से बात करने को कहा। जसबंत ने कहा कि जब पैसा लेने और तबादले की बात होती है तो दिल्‍ली कमेटी प्रबंधक बन जाती है और जब शिक्षकों की समस्या की बारी आती है तो कमेटी स्कूल प्रशासन को प्रबंधन बताने लगती है। तिवारी ने लोकहभा में उठाया गरीबों में ब॑टने वाले मुफ्त राथन का मुद्दा नई दिल्‍ली, (पंजाब केसरी) : सांसद मनोज तिवारी ने दिल्‍ली में रन वितरण व्यवस्था की बदहाली स्थित का मामला सदनमें उठाया। 

दैगनसदन के सामने मामला उठाते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद लॉकडाउन के दौरान जब भूख से पीड़ित गौब और प्रवासी मजदूर जहि-ज्रहि कर रहे थे उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दरियादिली दिखाते हुए गौ कल्याण योजना के तहत गगीों को मुफ्त ाशन देने की पहल कीथी और भरपूर अननका भंडार दिल्‍ली सरकार को दिया था लेकिन दिल्‍ली की केजरीवाल सरकार की बदहाल वितरण व्यवस्थाके कारण आज भी हजाएं गरीबों की थाली खाली है। 

उन्होंने मजबूर प्रवासी मजदूोें और गगीबों के लिए केजरीवालको जिम्मेदार टहराते हएकहा कि आग केंद्र सरकार द्वा भेजा गया शान सही तरोके से जरूरतमंदें तक 'हुंचजातातो दिल्‍ली सेइतना बड़ा दुखद पलायन नहीं होता। उन्होने कहा कि जहां भी मैं जनसुनवाई के लिए जाता हूं तो वो एक ही ्रइन पूछते है कि मेर राशन कार्ड नहीं बना है।

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